14 उ ओह्या कैयाफा छेलै, जे “जनताके लेल एकटा लोक मरनाइ उचित छै” कैहके यहुदीसबके सल्लाह देनेछेलै।
ओहै बखत परधान पुजारी कैयाफाके दरबारमे मुख पुजारीसब आ अगुवासब जमा भ्याके बैठक बैठलै।
जार महिना बिताबैके लेल उ जहग उचित नै छेलै। अहै खातिर बहौत लोकसब कोनो भि हालतमे ओतेसे चैलके फोनिक्समे जार मास बिताइबै कैहके जहाद चलाबैले सल्लाह देल्कै। केरेट टपुके एक बन्दरगाह फोनिक्स चियै जकर मुहरा दछिन-पछिम आ उतर-पछिम तरफ घुमल छै।
ओते पुगैके लेल बहौत समय लागल छेलै आ उपास रहैबला बिसेस दिन सेहो बितगेल छेलै आ समुन्दरमे चलैबला हबा-बिहाइरके कारन समुन्दर यातरा एकदमसे खतरा छेलै। तहैलेल पावल लोकसबके एहेन कैहके समझेल्कै,