तब बचन लोक बैनके अपनासबके बिचमे बास करल्कै आ अपनासब ओकर महिमा देखलियै, जे महिमा परमेस्वरसे आबैबला एक मातरे बेटामे छेलै। उ आपनौरके पुरा रुपसे अनुगरह करैछै आ सत बात मातरे बोलैछै।
ओकरासबके भितरमे रहल खिरिस्टके आत्मा खिरिस्टके दुख भोगेपरतै आ पछा आबैबला महिमाके बारेमे पहिनेसे भबिसबानी करने रहै। तब उ समय कहिया आ कनङके एतै कैहके उसब खोज-तलास करने छेलै।