महज यदी हम पिताके काम करैचियै तबो तुसब हमरा बिस्बास नै करैचिही त हमर करलाहा अजगुतके कामसबमे त बिस्बास कर। तब तुसब जानबिही आ बुझबिही, कि पिता हमरमे छै आ हम पितामे चियै।”
हमर उटकट इक्छा आ आसा यि चियै कि हम कहियो लज्जित नै हेबै महज हमरमे परसस्त साहस हेतै। चाहे हम बाच्बै या मरबै सबदिन जखा अखुनो हमर जिबनसे खिरिस्ट सम्मानित हेबे।