उ पैढ़रहल धरमसास्तरके भाग यि छेलै, “जनङ भेंरा काटैले लजाइछै, या भेंरा उन कतरैबला लग चुप रहैछै, तैहनङे उ आपन मुहसे कोनो बात नै निकाइलके चुपे बैठल रहलै।
तुसब इक्छा त करैचिही, महज नै पाबैचिही। तुसब हतिया आ लालच करैचिही महज पाबे नै सकैचिही। तुसब लराइ आ झगरा करैचिही, महज तोरासबसङे नै रहैछौ, कथिलेकी तुसब परमेस्वरसे नै माङैचिही।