13 यदि तोरासबमेसे कोइ समस्यामे छै त, उ परथना करे। कोइ खुसी छै त, उ परसन्साके गित गाबे।
तकरबाद एकटा भजन गाइबके उसब जैतुन पहाड़ दिसन निकैलके गेलै।
ओकर हिरदय एकदम दुखसे भरल छेलै, तब उ धियानसे परथना करे लाग्लै, तै बखत ओकर पसिना लहुके बरका-बरका ठोप जखा भुइयामे चुबै छेलै।
तकरबाद उ येसुके कहल्कै, “हे येसु, अहाँ आपन राजमे जेबै त हमरा नै बिसरबै मनमे राखने रहबै।”
आब हम कि करबै? हम आपन आत्मासे परथना करबै आ आपन मनसे सेहो बुझैबला भसामे परथना करबै। हम आपन आत्मासे भजन गाब्बै आ आपन मनसे सेहो बुझैबला आपन भसामे भजन गाब्बै।
हे हमर भाइ-भैयासब, आब हम कथी कहबौ? तुसब एकसाथ जम्मा हैचिही त कोइ भजन गाबैछै, कोइ सिक्छा दैछै, कोइ परमेस्वरसे परगट भेल बात कहैछै, कोइ आन भसा बोलैछै आ कोइ आन भसाके अरथ खोइलदैछै। यि सब बातसबसे मन्डलीके आत्मिक तवरसे बिरधी कराबैछै।
एक-आपसमे भजन, गित आ पबितर आत्मासे देल गित गाब आ परभुके खातिर आपन हिरदयसे धुन निकाल।
येसु अइ सन्सारमे रहैतकाल मिरतुसे बचाबेबला परमेस्वरसङे जोरसे कानैत बिन्ती आ परथना करल्कै। ओकर नमरता आ भक्तीके कारन ओकर परथना परमेस्वर सुनल्कै।
हे भाइ-भैयासब, दुख कस्टमे धिरज कैरके सहैबला आ परभुके नाउमे बचन बोलैबला अगमबक्तासबके याद कर।
वह्या एक लाख चौबालिस हजार लोकसब सिंहासनके अगा आ उ चार जिबित परानी आ धरमगुरुसबके अगा एकटा लया गित गाबैछेलै। ओइसबके पिरथिबीसे मोल तिरके छोरेने छेलै। ओइसबके बाहेक कोइ नै उ गित सिखैले सकैछेलै।
उसब जोर-जोरसे एहेन कहल्कै, “सिंहासनमे बिराजमान हैबला अपनासबके परमेस्वर आ थुमासे मुक्ती आबैछै।”