“ककरो दोस नै लगा तोरोसबके परमेस्वर दोस नै लगाइतौ। दोसरके गलत नै ताक तब परमेस्वर तोरोसबके गल्ती नै ताकतौ। लोकसबके छमा दहै तब परमेस्वर तोरोसबके छमा करतौ।
महज स्वरगसे आबैबला बुइध त सबसे पहिने असल हैछै, तकरबाद उ सान्ती दैबला, नम्र, बिचारसिल आ दयासे भरल रहैछै आ असल कामसे परकट हैछै। अइमे पक्छपात करैबला बात आ छलकपट करैबला बात नै रहैछै।