3 कथिलेकी तुसब जानैचिही, तोरासबके बिस्बासके जाँचसे धिरज उतपन कराइतौ।
कथिलेत तोरासबके आपन धिरजके कारन जिबन मिल्तौ।”
पबितर धरमसास्तरमे पहिने लिखल बातसब अपनासबके सिक्छा दैकेलेल छेलै। धरमसास्तरमे भेल बातसे अपनासबके सहैबला सक्ति आ हौसला दैछै ताकी अपनासबके आसा बनल रहे।
जे लोकसब निरन्तर भलाइके काम कैरके आदर, इज्जत आ अनन्त जिबनके खोजी करैछै, ओइसबके परमेस्वर अनन्त जिबन देतै।
यदि अपनासब नै देखलहा चिजके आसा करैचियै त, धिरजसे अपनासब ओहै चिजके लेल असियाल रहैचियै।
अपनासबके थाहछै कि, परमेस्वरके परेम करैबला आ ओकर उदेस्य अनुसार बोल्याल लोकसबके लेल सब बातमे परमेस्वर भलाइ करैछै।
अपनासबके अखैन भोगल दुख पछा आबैबला बरका अनन्तके सुख समैझके त साँचे यि कुछो नै चियै।
परमेस्वरके महिमीत सक्ती तोरासबके बलगर बनाबे कैहके हमरासबके परथना छै, तब मातरे तुसब अस्थिर भ्याके सब चिज आनन्दसे सहन करैले सकबिही।
अहै खातिर सब परकारके सताबट आ कस्ट सैहरहल साहस देखके अस्थिर आ बिस्बासके बारेमे मन्डलीके बिचमे हमसब गौरब करैचियै।
तोरासबके हिरदय परमेस्वरके परेमके बुझैले आ खिरिस्टके जखा सहैबला सक्ती परभु देबे।
परमेस्वरके इक्छा पुरा करनाइ आ ओकर परतिग्या करल बात पाबैके लेल तोरासबके अस्थिर रहैये परतौ
अहैलेल अतहेक बरका साक्छीके भिर अपनासबके चारुदिसन भेलाके कारनसे सब परकारके बाधा आ असान तरिकासे ओझराइबला पापसबके हटाके धिरजसाथ दौरैले परतै।
तुसब कोढिया नै बन, महज एहैन लोक जखा बन, जे बिस्बास आ धिरजसे परतिग्या करल चिज पाबैछै।
नास हैबला सोनाके आइगमे खाइरके सुध करल जखा तोरासबके बिस्बास ओहौसे मुल्यबान छौ। अहै खातिर तोरासबके बिस्बास सच ठहरे आ येसु खिरिस्ट परगट हैबला दिनमे परसन्सा, महिमा आ आदरके योग्य बने।
ग्यानमे आत्मसंयम, आत्मसंयममे धिरज, धिरजमे भक्ति,