अहैलेल हे हमर पिरिय सङीसब, परमेस्वर अपनासबके देल यि परतिग्या अनुसार देह आ आत्माके असुध बनाबैबला हर किसिमके बातसे अपनासब दुरे रह आ परमेस्वरके डर मानैत औरो पबितर हैत चल।
हे पिरिय भाइसब, यि सन्सारमे तुसब बिदेसी आ परदेसी जखा चिही। हम तोरासबके बिन्ती करैचियौ, देहके अधलाह इक्छासब पुरा करै दिसन नै लाग। एहेन परकारके इक्छासब तोरासबके आत्माके बिरोधमे उठतौ।