हम खिरिस्टमे बिस्बास करल एक गोरे लोकके चिन्हैचियै, जे चौद बरिससे पहिने तेसर स्वरगमे उठ्यालगेलै। उ देहमे या बिना देहमे उठ्यालगेलै, से हम नै जानैचियै, उ परमेस्वर मातरे जानैछै।
अपनासबके बिस्बास सुरु करैबला आ पुरा करैबला येसुके देख। जे पाछुसे पाबैबला आनन्दके लेल अपमानके कुछो नै सोइचके कुरूसमे दुख भोगल्कै आ अखैन उ परमेस्वरके सिंहासनके दहिनाकात बैठलछै।