13 जबतक “आजुके दिन” कहैबला समयछै, तबतक एक दोसरके उत्साह दहै। ओहेन करबिही त, तुसब पापमे नै परबिही आ तोरासबके हिरदय परमेस्वरके इन्कार नै करतौ।
बरनाबास ओते एलै आ परमेस्वर ओइसबके मन्डली उपर करल किरपा देखके खुसी भेलै। तुसब पुरा हिरदयसे परभुके बिस्बासमे बरहैत रह कैहके उत्साह देल्कै।
कथिलेत पाप बेबस्था दुवारा मौका पाइबके हमरा छल करल्कै आ ओहैके हथियार बनाके हमरा मारल्कै।
तोरासबके पुरन्का जिबन आपने खराब इक्छाके कारनसे नस्ट हैतरहौ। तैखातिर तुसब आपन पुरन्का जिबन तियाइदहै।
तुसब जान्बे करैचिही कि माँ-बाबु आपन बेटा-बेटीके सङे केहेन बेबहार करैछै तैहिने हमसब तोरासबसङे हरेक गोराके करलियौ।
अहैलेल यि बातसबसे एक दोसरके उत्साह दैत रह।
ओहै लेल तुसब एक दोसरके उत्साह दहै आ बिस्बासमे बलगर बना, जनङ तुसब करैत आइबरहल चिही।
परमेस्वरके बचन सुना। बेलोमे कुबेलोमे सुसमाचार सुनाइले नै छोर। पुरा-पुरी धिरजसे लोकसबके सम्झा, चेताबनी दहै आ असल सिक्छासे हिम्मत बरहा।
हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, हम तोरासबके बिन्ती करैचियौ कि, हमर अरती देल बातके मान, कथिलेकी हम तोरासबके यि चिठी छोटमे लिखने चियै।
सबलोक आपन खराब इक्छाके कारनसे परिक्छामे परैछै।