7 अहाँ ओकरा कुछ समयके लेल स्वरगदुतसबसे कनहिकरा छोट बनेलियै। अहाँ ओकरा महिमा आ आदरके मुकुट लग्यादेनेचियै।
महज असल काम करैबला हरेक लोकके, आदर, इज्जत आ सान्ती मिल्तै, पहिने यहुदी तब गैर-यहुदीसबके सेहो मिल्तै।
जे लोकसब निरन्तर भलाइके काम कैरके आदर, इज्जत आ अनन्त जिबनके खोजी करैछै, ओइसबके परमेस्वर अनन्त जिबन देतै।
जुगो-जुगके रजा, अमर, देखा नै परैबला एक मातरे परमेस्वरके आदर-भाव आ महिमा सबदिन हैते रहे। आमेन।
महज हमसब येसुके देखैचियै कि परमेस्वरके अनुगरहके कारनसे उ सबके लेल मरैले सके कैहके एकछनके लेल स्वरगदुतसे ओकरा छोट करल्कै। उ अपनासबके लेल मिरतुके दुख भोगल्कै, ओहैसे परमेस्वर ओकरा महिमा आ आदरके मुकुट पिन्हाइल्कै।