जे लोक एकटा दिनके बिसेस रुपसे मानैछै, उ लोक परभुके आदरके लेल पालन करैछै। तहिनङे जे लोक मासु लगाएत सब चिज खाइछै उ लोक परमेस्वरके आदरके लेल खाइछै आ परमेस्वरके धन्यबाद दैछै। जे लोक सागपात मातरे खाइछै उ लोक परमेस्वरके आदरके लेल खाइछै आ उहो परमेस्वरके धन्यबाद दैछै।
हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, यदि कोनो लोक पापके जालमे परलछै, से जाइनके तोरासबमे जे आत्मिकी चिही, तुसब ओकरा नम्र भ्याके सुधार। तेहन काममे आपनो होसियार रह, नै त तुहुसब परिक्छामे परबिही।
अपनासबके परभु आबैबला दिन भेलौ कहतौ त तुसब नै घबरा आ भरममे नै पर। ओइ दिनके बिसयमे कोइ अगमबानीसे, कोइ बोलिसे आ कोइ-कोइ हमरेसब जखा लिखल चिठीसे भरममे पारैले खोज्तौ तैयो बिस्बास नै करिहे।