फरिसी ठार भ्याके परथना करल्कै, ‘हे परमेस्वर, हम अहाँके धन्यबाद चरहाइचियै कथिलेत हम औरो लोकसब जखा लोभी, पापी, बेबिचारी आ यि बटीयो उठाइबला जखा नै चियै।
कथिलेत कुछ समय पैहने थुदास नामके लोक आपन परसन्साके दाबी करल्कै आ लगभग चार सय लोक ओकर पछा लाग्लै, महज उ मारल गेलाके बाद ओकर पछा लागैबलासब सब तितर-बितर भ्यागेलै आ सब बातसबके नाम निसान हरागेलै।
हमरसङे अगमबानी बोलैबला बरदान छै आ सब रहस आ सब किसिमके ग्यान बुझैले सक्बै आ पहार हटाबे सकैबला पुरा बिस्बास हमरसङे छै, महज हमरमे परेम नै छै त, हम किछो नै चियै।
हम त मुरुख जखा भेलियै, महज तुहिसब हमरा एहेन करैले कर लगेलिही। बास्तममे तोरेसबके हमर पक्छमे निक बात बोलैले परतियौ, कथिलेत हम किछो नै छेलियै तैयो महान परेरितसबसे त हम कम नै चियै।