“हम आपनेसे कुछो करे नै सकैचियै। हम पितासे जे सुनैचियै, ओह्या अनुसार हम नियाइ करैचियै आ हमर नियाइ ठिक छै, कथिलेत हम आपन इक्छा नै महज हमरा पठाइबलाके इक्छा अनुसार करैचियै।
ओकर परेमसे तोरासबके मन नै डगमगाबे ताकि जब अपनासबके परभु येसु जहिया आपन पबितर जन सङे एतै तै बखत आपन परमेस्वर आ पिताके सामने तुसब पबितर आ निरदोस पाबे से हमरासबके परथना चियै।
येसु खिरिस्ट अपनासबके सब पापसबसे मुक्तीदैले आ सब खराबिसबसे छुटकारा दैले आपन परान निछावर करल्कै। उ यि चाहल्कै कि हमसब असल काममे उत्सुक हेबी आ ओकर अपने निज लोक हेबेसकी।
हे बेबिचारी लोकसब! परमेस्वरके छोइरके यि सन्सारके खराब चालचलनमे चलैबला लोकसब परमेस्वरके दुस्मन हैछै से बात तोरौरके थाह नै छौ? अहैलेल यदि कोनो लोक यि सन्सारके खराब चालचलनमे चल्तै, उ परमेस्वरके दुस्मन चियै।
तकरबाद हम ताकलियै त कोइ नै गनैले सकैबला लोकसबके एकटा बरका भिर देखलियै। उसब हरेक जाती, हरेक कुल, हरेक देस आ हरेक भसाके लोक छेलै। उसब उजर बस्तर पिन्हके हाथमे खजुरके ठाइर लेके सिंहासन आ थुमाके अगा ठारभेल हम देखलियै।