6 तोरासबके काम खाली मालिकके खुस करैके उदेससे देखाबैके लेल नै कर, महज खिरिस्टके नोकर-चाकरसब जखा पुरे हिरदयसे परमेस्वरके इक्छा पुरा कर।
कथिलेत जे स्वरगमे रहैबला परमेस्वर पिताके इक्छा पालन करैछै, उहे हमर माँ आ हमर भाइ आ हमर बहिन चियै।”
“हमरा ‘हे परभु, हे परभु’ कहैबला कोइ नै स्वरगके राजमे ढुकैले सक्तै। महज जे स्वरगमे रहैबला पिताके इक्छा पालन करतै उ लोक मातरे स्वरगके राजमे ढुकैले पाबतै।
कथिलेत जे परमेस्वरके इक्छा पालन करैछै, उहे हमर माँ आ हमर भाइ आ हमर बहिन चियै।”
परमेस्वरके धन्यबाद हेबे, तुसब एकचोटी पापके दास छेल्ही महज तुसब अखुन आपन परमेस्वरसे सिखाल सिक्छा हिरदयसे पालन करैचिही।
कथिलेत परभु बोलाबैसे पहिने जे दास छेलै, आब उ परभुमे स्वतन्तर लोक भेलछै। तहिनङे परभु बोलाइसे पहिने जे स्वतन्तर छेलै, उ खिरिस्टके दास भेलछै।
कि हम लोकसबके खुसी करैले चाहैचियै या परमेस्वरके? कि हम लोकसबके खुसी करैले चाहैचियै? यदि हम लोकसबके खुसी करने रहतियै त हम खिरिस्टके सेबक नै हेतियै।
तै खातिर मुरुख लोक नै बन महज परभु तोहरसे कोन आसा करनेछौ से जान।
अहैलेल हमर पिरिय भाइ-भैयासब, जनङ तोरासब सबदिन आग्यापालन करैत एलचिही, हमर उपस्थितीमे मातरे करल जखा नै, महज आब औरो बेसिसे हमर अनुपस्थितीमे आदर आ डर मानैत तुसब आपन मुक्तीके काम पुरा करैके लेल एकदमसे मेहनत कर।
तैखातिर हमसब यि बात जहियासे सुन्नेचियै तहियेसे तोरासबके खातिर हरदम परथना करैत आइबरहलचियौ। पबितर आत्मासे मिलल पुरा आत्मिक ग्यान आ समझसे परमेस्वरके पुरा इक्छा जानैले सक कैहके हमरासबके परथना छै।
तोरासबके एकटा भाइ, खिरिस्ट येसुके दास इपाफरास सेहो गोरलगी पठाइनेछौ। उ तोरासबके खातिर हरदम जोरतोरसे परथनामे सम्झैत रहैछौ ताकी तुसब बलगर हो आ परमेस्वरके सब इक्छा पुरा रुपसे मानैले सक।
महज परमेस्वर हमरासबके ओकर योग्य भेलाके कारन सुसमाचार परचार करैके जिम्मा देने छै। अहैलेल हमसब लोकसबके खुसी करैके लेल नै, महज मन जाचैबला परमेस्वरके खुसी करैके लेल हमसब सुसमाचार सुनाइचियै।
तुसब पबितर रह कैहके परमेस्वरके इक्छाछै। अहैलेल तुसब बेबिचारसे अलग रह।
परमेस्वरके इक्छा पुरा करनाइ आ ओकर परतिग्या करल बात पाबैके लेल तोरासबके अस्थिर रहैये परतौ
तोरासबके हर परकारके असल गुनसबसे भरिपुरन करे आ तुसब ओकर इक्छा पुरा करैले सक। परमेस्वरके जे मन परैबलाछै से येसु खिरिस्ट दुवारा उ तोरासबमे करे। ओकर महिमा जुगो जुग तलिक रहे। आमेन।
तुसब असल काम कैरके मुरुख लोकसबके मुरखाहा बात बोलैबलासबके मुह बन्द कर कैहके परमेस्वरके इक्छाछै।
आबसे तुसब अइ पिरथिबीमे बाचै तलिक आपन जिबन लोकके जखा अधलाह इक्छामे नै, महज परमेस्वरके इक्छा अनुसारके जिबन बिता।
सन्सार आ सन्सारके कुइक्छासब ओर्या जाइछै, महज परमेस्वरके इक्छामे चलैबला लोक सबदिन जिबित रहतै।