पावल उतर देल्कै, “एके रतिमे या बहुत देरमे हेबे, हम परमेस्वरसे परथना करैचियै कि हथकरी छोइरके, अहाँ मातरे नै बल्की उ सबगोरे जे आइ हमर बात सुनै छै, से सबगोरे हमरे जखा हेबे।”
हमर उटकट इक्छा आ आसा यि चियै कि हम कहियो लज्जित नै हेबै महज हमरमे परसस्त साहस हेतै। चाहे हम बाच्बै या मरबै सबदिन जखा अखुनो हमर जिबनसे खिरिस्ट सम्मानित हेबे।