4 निरलज, मुरुख आ खराब बचनसब तोरासबके मुहसे नै निक्ले, यि बात ठिक नै चियै। बरु अकर बदलामे त परमेस्वरके धन्यबाद दैबला काम हेबे।
लोभ, दुस्मनी, छल-कपट, निरलज, रिस-डाह, निन्दा, घमन्ड, मुरखता निक्लैछै।
तब तिबेरियास सहरसे औरो नाहसब ओइ ठामलग एलै, जते येसु परमेस्वरके धन्यबाद द्याके लोकसबके रोटी खियाइने छेलै।
उसब परमेस्वरके सत ग्यानके बेकाम ठानल्कै। ओहैसे परमेस्वर ओकरासबके ओहैसबके कुबिचारमे छोइरदेल्कै।
तुसब परथनासे हमरासबके सहायता करेपरतौ। अहिनङ बहौत लोकके परथनाके उतरके रुपमे हमसब जे आसिस पाबनेचियै, तकर लेल बहुतो लोक परमेस्वरके धन्यबाद चरहाइतै।
ओकर बखाने करैले नै सकैबला बरदानके लेल परमेस्वरके धन्यबाद हेबे।
हम परमेस्वरके हरदम धन्यबाद चरहाइचियै। हमर परथनामे तोरासबके सम्झैत रहैचियौ।
तोरासबके मुहसे खराब बात नै निक्ले, महज भलाइ करैबला आ मिठ बचन बोल ताकि सुनैयोबलासबके भलाइ हेबे।
कोनो बातके चिन्ता नै कर, महज खाचो परल चिजके लेल परमेस्वरमे परथना कर आ ओकर करल सब असल चिजके लेल धन्यबाद दहै।
महज आब तुसब रिस-राग, करोध, डाह, निन्दा आ आपन मुहसे निकलैबला अधलाह बोली हटाइले परतौ।
तोरासबके लेल हमसब परमेस्वरके कतबो धन्यबाद देबै तैयो नै पुग्तै! तोरेसबके खातिर हमसब परमेस्वरके सामने बहौत आनन्द महसुस करैचियै।
केहनो परिस्थितीमे परमेस्वरके धन्यबाद दहै, कथिलेकी येसु खिरिस्टमे तोरासबके लेल परमेस्वरके इक्छा यिहे चियौ।
तोरा कथि करैके चाही, से आग्या दैकेलेल खिरिस्टमे हमरा साहस रहलो परभी,
अहैलेल अपनासब येसुके नाउमे परमेस्वरके परसन्साके बली सबदिन चरहाइत रह। उहे अपनासबके परभु चियै कैहके सुइकार करैत अपनासबके मुहसे निकलल परसन्सा अपनासबके चरह्याल भेटी चियै।
उसब घमन्डी आ मुरुख बात करैछै आ देहके लालसा देखाके भरखर खराब रस्तासे बाहर एलहा लया बिस्बासीसबके फसाबैछै।
महज परमेस्वर लोतके सदोम सहरसे बचेल्कै, कथिलेकी उ धरमी छेलै। ओतेका खराब चालचलन भेल लोकसबके कारन उ दुख पाबने छेलै।
महज यि लोकसब त आपनेसे नै बुझहल बातके मजाक करैछै। ओइसबके बुइध त जानबर जखाछै आ उसब ओहै कारन नास हेतै।
उसब समुन्दरके बरका झोह जखा चियै आ आपन घिन्याल बात समुन्दरके गेजुवा जखा देखाइछै। उसब अने-ओने घुमैबला तरासब जखाछै, जकरासबके लेल सबदिनके खातिर पतालके अन्धकार राखलछै।