19 ओइसबके लाज पैचगेल छै आ जाइन-बुइझके हर परकारके असुध काम करैके लालचमे जिबन लगाइने छै।
लोभ, दुस्मनी, छल-कपट, निरलज, रिस-डाह, निन्दा, घमन्ड, मुरखता निक्लैछै।
अहै खातिर हम परभुके देल अधिकारसे तोरासबके जोर द्याके कहैचियौ, आबसे तोरासबके चालचलन परमेस्वरके नै चिन्हैबलासब जखा नै हेबे। कथिलेत ओइसबके सोच-बिचार बेकार छै।
सन्सारमे तुसब आपन देहके इक्छाके मार, जनङ: बेबिचार, अधलाह बात, दुस्ट काम, असुध बिचार आ लोभ जे मुरतिपुजा चियै।
एहेन सिक्छा झुठ बोलैबला कपटी लोकसबसे आबैछै। ओइसबके बुइध धिपल लोहासे दागल रहैछै।
तुसब बितलहा दिनसबमे गैर-यहुदी जखा निरलज बेबहार करनाइ, बेबिचारमे लिन, खराब अभिलासामे लगनाइ, पिके मातल, मोज-मज्जा करैबला आ घिरनित मुरतिपुजामे परसस्त समय बिताइलिही।
एकटा एहेन खिसा-पिहानी ओइसबमे मिलैछै, “कुता आपन बोकरल चाटैके लेल घुइमके आबैछै” आ “असलान करल सुगर फेनसे घुइमके थालेमे ओङहराइले लागैछै।”
ओइसबके खातिर यि कतहेक डर हैबला बात चियै। उसब कयिनके देख्याल रस्ता चल्लै। पैसाके खातिर बलामके करलहा अधलाह कामके रस्ता गेलै तब उसब कोरह जखा बिरोध करल्कै आ उसब ओकरे जखा नास हेतै।
कथिलेत सब जातीसबके लोकसब ओकर बेबिचारके मध पिके मातल छै आ सन्सारके रजासब ओकरसे बेबिचार करने छेलै आ सन्सारके बेपारियोसब ओकर बरका मोज-मज्जाके कारन धनिक भेल छेलै।”