5 पहिने यि रहसके बात औरो कोनो लोकके थाह नै देनेरहै, महज अखुन यि रहसके बात आपन पबितर परेरित आ अगमबक्तासबके परमेस्वर आपन पबितर आत्मासे परकट कैरदेनेछै।
हम तोरासबके साँचोके कहैचियौ, तोरासबके देखलहा आ सुनलहा बातसब बहुतो अगमबक्ता आ धरमी लोकसब देखैके आ सुनैके इक्छा करने छेलै। महज उसब देखैयोले आ सुनैयोले नै पाबल्कै।
ओहैसे हम तोरासबके लग अगमबक्तासब, बुधिमान लोकसब आ धरमगुरुसब पठेबौ। तोरासबमेसे कतहेक गोरा ओइसबके मारबिही आ कतहेकके कुरूसमे लटकेब्ही आ कतहेक गोरेके सभाघरमे कोरासे पिटबिही आ एक सहरसे दोसर सहर तक खिहारबिही।