15 लाउडिकिया सहरमे भेल बिस्बासी भाइसबके, नुम्फासके आ ओकर घरमे जमा हैबला मन्डलीके हमर गोरलगी सुन्यादहै।
ओइसबके घरमे भेला हैबला बिस्बासीसबके हमर गोरलगी सुन्यादहै। हमर पिरिय सङी, इपेनितसके सेहो गोरलगी सुन्यादहै। उ एसिया परदेसमे सबसे पहिने खिरिस्टमे बिस्बास करैबला लोक चियै।
हमर बिरोध करैबलासब बहुतो भेलोपरभी परभाबसाली कामके लेल एकटा बरका केबार हमर लेल खुइल गेलछै।
हम तोरासबके लेल, लाउडिकियामे रहल मन्डलीके लेल आ हमर मुहो नै देखने बिस्बासीसबके लेल मैर-मैरके काम करनेचियै से बात तुसब जान कैहके हमर इक्छाछै।
उ तोरासबके खातिर, लाउडिकिया आ हिरापोलिसके लोकसबके खातिर बहौत मेहनत करनेछौ। हम यि बातके गबाही चियौ।
तुसब यि चिठी पैरहलेलाके बाद लाउडिकियामे भेल मन्डलियोके परहैले दहै। तैहनङे कैरके लाउडिकियाके चिठी सेहो तुसब परिहे।
ओकर घरमे जम्मा हैबला मन्डली आ अपनेसबके जखा परमेस्वरके सेबा करैबला हमरासबके बिस्बासी बहिन अप्फिया आ सहकरमी सिपाही अरखिप्पसके लेल सेहो यि चिठी लिखैचियै।