अहै खातिर तोरासबके लेल हमसब लगातार परथना करैचियौ, जे अपनासबके परमेस्वर तोरासबके आपन बोलाबाके योग्यके बनाबे आ ओकर सब असल कामसब आ बिस्बासके काम ओकर सक्तीसे पुरा कैर देबे।
महज स्वरगसे आबैबला बुइध त सबसे पहिने असल हैछै, तकरबाद उ सान्ती दैबला, नम्र, बिचारसिल आ दयासे भरल रहैछै आ असल कामसे परकट हैछै। अइमे पक्छपात करैबला बात आ छलकपट करैबला बात नै रहैछै।