अहिनङ यिसब त आपन सिर, जे खिरिस्ट चियै, ओकरसङे कोनो समबन्ध नै राखैछै। खिरिस्ट देहके सिर चियै जे पुरे देहके हटाकटा बनाबैछै, एहैन कैरके देह, गिरह-गिरह आ नसा-नसासब जुटैत परमेस्वरेके योजना अनुसार बरहैत-बरहैत जाइछै।
सातम स्वरगदुत आपन तुरही फुकल्कै त स्वरगमे बरका अबाज एहेन कहल्कै, “पिरथिबीमे राज करैके अधिकार आबसे अपनासबके परभु आ ओकर खिरिस्टके चियै आ उ जुगो-जुगतक राज करतै।”