8 साउल भुइयासे उठलै आ आँख चियाइरके ताकल्कै त कुछो नै देखल्कै। तब ओकर साथीसब हाथ पकैरके दमस्कस सहरमे ल्यागेलै।
आब देख, परभुके हाथ तोहर बिरोधमे उठल छौ। आब अखुन आन्हर हेब्ही आ कुछ समय तु सुरुजके इजोत नै देखबिही।” तब तखुन्ते ओकर आँखमे करिया धुइन लागल जखा लाग्लै आ उ अन्हरागेलै। तब कोइ ओकरा हाथ पकैरके लज्यादेतै कि कैहके उ सहारा ताके लाग्लै।
ओहै चम्कैबला इजोतके कारन हम आन्हर भेल रहियै तब ओतेका सङिसब हमर हाथ पकैरके दमस्कस पुगादेल्कै।
यि बात कैहते मातर साउलके आँखसे पपरा जखा कुछो खस्लै आ तखुन्ते उ फेनो देखे लाग्लै। तब उ उइठके बप्तिस्मा लेल्कै,
ओते उ तिन दिनतक कुछो नै देखल्कै, नै कुछो खेल्कै नै कुछो पिल्कै।
जब हम दमस्कस सहरमे छेलियै तब अरितस रजाके बडा-हाकिम हमरा पकरैके लेल सहरके देहरीमे सिपाहीसबके पहरा लगाइल्कै।
हमरसे पहिन्का परेरितसबसङे सल्लाह लैले हम यरुसलेम नै गेलियै, महज तुरन्ते अरब देस गेलियै आ घुइमके दमस्कस सहरमे एलियै।