39 महज जब उसब पानीसे बाहर निकललै तखुन्ते परभुके आत्मा फिलिपके दोसर जगह ल्यागेलै आ उ मुन्सी फिलिपके फेनो नै देखल्कै। उ खुसीसे गद-गद हैत आपन बाटमे बरहैत गेलै।
“स्वरगके राज खेतमे गारल बहुत अनमोल धन जखा चियै, जे कोनो एकटा लोकके भेटैछै, ओकरा उ माइटके तरमे गाइरके राखैछै आ खुसी हैत जाइछै आ आपन सब धन-सम्पती बेचके ओहे खेत किनैछै।
तब येसु बप्तिस्मा ल्याके तुरन्ते पानीसे बाहर निकल्लै, तब स्वरग उघरलै आ उ परमेस्वरके आत्मा पौरकीके रुपमे आपन उपरमे आबैत देखल्कै।
येसु पानीसे बाहर निकलते मातर स्वरग उघरलै आ पबितर आत्मा पौरकीके रुपमे आपन उपर आबैत देखल्कै।
तब ओहै बखत एन्टिओखियाके बिस्बासी बहौत खुसी आ पबितर आत्मासे भरपुर भेलै।
तब ओइसबके आपन घरमे आइनके भोजन कराइल्कै। उ आपन पुरा परिबारसब परमेस्वरमे बिस्बास करलाके कारन बहौत खुसी भेलै।
तहै बखत पबितर आत्मा फिलिपके कहल्कै, “अगा बैढके ओइ रथके सङे-सङे जो।”
यि बात कैहके रथ रोकेल्कै। दुनुगोरा उतैरके पानीमे गेलै आ फिलिप ओकरा बप्तिस्मा देल्कै।
अहिनङे ओइ सहरमे बहौत आनन्द भेलै।
खिरिस्ट हमरासबके बिस्बास दुवारा परमेस्वरके अनुगरहमे लाबने छै। यह्या अनुगरहके हमसब अखुन अनुभव करैचियै आ परमेस्वरके महिमामे सहभागी हैके आसमे आनन्द मनाबैचियै।
सत हिसाबसे खतना करैबला त हम्हीसब चियै कथिलेत पबितर आत्मासे परमेस्वरके आराधना करैचियै आ खिरिस्ट येसुमे हमसब गर्ब करैचियै। हमसब बाहरके कोनो रितिथितीमे भरोसा नै करैचियै।
परभुमे सबदिन आनन्द कर। हम फेनसे कहैचियौ, आनन्द कर।
महज तुसब त घमन्डी भ्याके आपन बन्याल योजनामे खुब धाख लगाइचिही। एहेन घमन्ड करनाइ निक बात नै चियै।