उ पैढ़रहल धरमसास्तरके भाग यि छेलै, “जनङ भेंरा काटैले लजाइछै, या भेंरा उन कतरैबला लग चुप रहैछै, तैहनङे उ आपन मुहसे कोनो बात नै निकाइलके चुपे बैठल रहलै।
महज जे ओकरमे बिस्बासे नै करने छै, उ कनङके ओकरा पुकारतै? जकर बारेमे सुन्बे नै करने छै, तकरमे कनङके बिस्बास करतै? ओकर बारेमे कोइ परचार नै करतै त कनङके सुन्तै?