30 तब फिलिप दौरके ओइ रथ लग गेलै आ ओकरा यसैया अगमबक्ताके किताब परहैत सुइनके पुछल्कै, “अहाँ जे पैढ़रहलचियै से बुझैचियै?”
जे लोक परमेस्वरके राजके बचन सुइनके नै बुझैछै, उ लोक रस्ताकातमे परल बिचहन जखा चियै। तब सैतान आइबके ओकर हिरदयमे भेल्हा बचन छिनके ल्याजाइछै।
महज असल जमिनमे परल बिचहन उ लोकसब जखा चियै, जे बचन सुनैछै, बुझैछै आ साँचोके फल फराइछै। उ छिटल बिचहनसे सय गुना, साइठ गुना आ तिस गुना फल फराइछै।”
तब येसु चेलासबके पुछल्कै, “कि तुसब यि सब बात बुझलिही?” उसब जबाब देल्कै, “हँ, बुझलियै।”
तब येसु भिरके लोकसबके आपनलग बोल्याके कहल्कै, “हमर बात मन लग्याके सुन आ बुझ,
“जब तुसब बिनास करैबला घिरनित चिज पबितर ठाममे ठारभेल देखबिही, जकर बारेमे परमेस्वरके अगमबक्ता दानिएल कहनेछै (परहैबलासब बुझे),
“जब तुसब बिनास करैबला घिरनित चिज जै ठाममे नै हैकेचाही से ठाममे ठारभेल देखबिही (परहैबलासब बुझे), तब यहुदियामे रहैबला लोकसब पहारदिसन भागे।
येसु ओइसबके कहल्कै, “हमर खाइबला चिज यि चियै, जे हम आपन पठाबैबलाके इक्छा बमोजिम करनाइ आ ओकर काम पुरा करनाइ चियै।
तुसब यि सोइचके धरमसास्तर निकसे परहैचिही कि, ओइमे अनन्त जिबन छै, महज एह्या धरमसास्तर हमर बारेमे गबाही दैछै।
तब फिलिप उइठके गेलै आ उ इथियोपिया देसके एकटा नपुन्सकके भेटलै। जे इथियोपिया देसके महरानी कनदाकीके बडा हाकिम रहै जे पुरे सम्पतिके रेखदेख करै। उ आराधना करैले यरुसलेम गेल रहै।
तहै बखत पबितर आत्मा फिलिपके कहल्कै, “अगा बैढके ओइ रथके सङे-सङे जो।”
तब उ बडा हाकिम जबाब देल्कै, “जाबेतक हमरा कोइ नै बुझाइतै ताबे तक हम कनङके बुझबै?” तब उ फिलिपके रथमे चहैरके हमरसङे बैठु कैहके बिन्ती करल्कै।
फिलिप सामरियाके एकटा सहरमे ज्याके येसुवे खिरिस्ट चियै कैहके परचार करे लाग्लै।
मन्डलीमे दस हजार सब्द आन भसामे बोलेसे त बरु औरो लोक हमर बात बुझे कैहके पाँचटा सब्द मातरे बोलैले चाहैचियै।
तै खातिर मुरुख लोक नै बन महज परभु तोहरसे कोन आसा करनेछौ से जान।
अइठाम बुइधके आबसेक छै, जकरा सोचैके सक्ति छै, उ ओइ जानबरके सङख्या जोरे कथिलेत उ एकटा लोकके नामके सङख्या चियै आ उ सङख्या ६६६ चियै।