10 ओइ लोकके छोटसे ल्याके बरकातक सबलोक ओकर बात मानैत रहै। उसब कहैत रहै, “यि लोक परमेस्वरके उ सक्ती चियै, जकरा महासक्ती कहैछै।”
जब लोकसब पावलके करल यि काम देखल्कै, तब उसब लुकोनियाके भसामे बरका जोरसे कहल्कै, “देबतासब लोकके भेसमे हमरौरके लग एलछै।”
उसब सोचै छेलै कि पावल बिखके कारन ओकर देह हरदिगुन्ड हेतै आ कन्हिके देरमे मैरजेतै, महज बहौत देर असिएलाके बादो ओकरा कुछो नै भेलै। यि देखके ओकरसबके बिचारमे बदलाव एलै आ छक परैत कहल्कै, “यि त देबता चियै!”
महज परमेस्वरके बोलाबट पाबलाहा लोकसबके लेल, चाहे उ यहुदी हेबे या गैर-यहुदी हेबे, खिरिस्टे परमेस्वरके सक्ती आ बुधि चियै।
तुसब आपनके अतहेक बुधिमान ठानैचिही कि खुसिसे मुरखसबके बेबहारके सहैचिही।
तब अपनासब चलाक लोकसबके झुठा सिक्छाके हबासे जने ल्याजेतौ तने जाइबला छोट धिया-पुता जखा नै हो। ओइसबके बन्याल जाल झेलसे दोसरके बहकाइछै।
बहुतो गोरे ओकरसबके निरलज चालचलन अपनाइतै आ ओइसबके कारन सत सिक्छाके बदनाम करतै।
ओकर एकटा मुरीमे मरैले लागैबला बहौत गैहर चोट लागल छेलै, महज उ गैहर चोट निक भेलै। अहै खातिर सारा सन्सारके लोकसब आस्चरजमे पैरके ओइ जानबरके पछा लागे लाग्लै।