58 उसब स्तिफनसके पकैरके सहरसे बाहर निकाइलके ल्यागेलै आ ओकरा पथल फेकके मारे लाग्लै। साक्छीसब आपन-आपन बस्तर साउल नामके एकटा छौराके टाङ लग राखने रहै।
सबकोइ उठलै आ येसुके ओइ ठामसे धक्का-धुक्कि दैत सहर बाहर निकालल्कै, जै पहारमे सहर बनाइने छेलै ओहैके पहारके टुप्पीमे लज्याके ओकरा खसाइले चाहल्कै।
तोहर गबाही दैबला स्तिफनसके लहु-लहुवान कैरके मारैत खिना हम ओतै लगमे ठारभेल रहियौ। ओकरा मारैबलासब सङे मिलके ओकरौरके बस्तरके रखबारी कैरके बैठल रहियै।’
उसब जोसमे आइबके आपन-आपन बस्तर हबामे उराइत रहै आ उपर अकासमे गरदा उराइत हल्ला करैछेलै।
परभुके बाटमे लागल लोकसबके सताइत-सताइत जानसे माइर दैछेलियै। हम्ही मरद आ जनी सबके पकैर-पकैरके ढोकैले लगाइ छेलियै।
हम यरुसलेममे ओहै परकारसे बिरोध करलियै, मुख पुजारीसबके अखतियार पाइबके परमेस्वरमे बिस्बास करैबला लोकसबके जहलमे ढोकलियै आ जब ओइसबके मिरतुदन्ड दैछेलै त हमे ओइसबके बिरोधमे सहमति दैछेलियै।
तब उसब चुपचाप लोकसबके चरह्या-बरह्याके एहेन कहैले उकसेल्कै, “तुसब कहै जे हमरासबके अकरा मोसा आ परमेस्वरके बिरोधमे बोलैत सुनलियै।”
उसब झुठा गबाहीसबके आइनके यि बोलैले लगेल्कै कि, “यि लोक पबितर मन्दिर आ धरम नियमके बिरोधमे बात करैले नै छोरने छै।
महज यि बात सुइनके उसब आपन-आपन कान मुइनके जोर-जोरसे हल्ला करैत ओकर दिसन मारैले दौरलै।
ओहै दिनसे यरुसलेमके मन्डलीके बिस्बासीसबके बिरोधमे बहौत बरका सताबट सुरु भेलै आ परेरितसबके छोइरके औरोसब बिस्बासीसब यहुदिया आ सामरियाके इलाकामे छिरिया गेलै।