42 उसब सबदिन मन्दिर आ घर-घरमे ज्याके येसुवे खिरिस्ट चियै से कैहके सिक्छा दैले आ परचार करैले नै छोरल्कै।
येसु सबदिन मन्दिरमे सिक्छा दैछेलै आ रातके जैतुन पहारके टुप्पीमे ज्याके रात बिताबै छेलै।
हम सबदिन मन्दिरमे तोरेऔरकेसङे छेलियौ। महज हमरा पकरैले तोरौरके साहस नै करलिही। आब तोरौरके काम करैबला समय उहे चियौ आ सैतानके सक्ती ऐहनङे राज करतौ।”
ओइसबमेसे कोइ-कोइ साइपरस आ कुरेनीके लोकसब रहै। उसब एन्टिओखियामे आइबके औरो जातीके लोकसबके परभु येसुके सुसमाचार परचार करल्कै।
हमसब यि सुसमाचार सुनाइले एलचियौ, जे बात परमेस्वर अपनासबके पुरखासबके परतिग्या करने रहौ।
ओते इपिक्युरी आ स्तोइकी दारसनिकमेसे कुछ पावल सङे बाद-बिबाद करै। उसब कतहेक गोरा कहल्कै, “यि बर-बरहा कथी कहैछै?” औरोकोइ कहल्कै, “भैरसक यि कोनो लबका देबि-देउताके परचार करैछै!” कथिलेत पावल येसुके बारेमे आ उ मरके जि उठल छै तै बातके परचार करैछेलै।
उ धरम सास्तरसे परमान द्याके ओइसबके अनङके अरथ खोइलके बुझहेल्कै, “मुक्ती दैबला परभु येसु खिरिस्टके दुख भोइगके मरे परतियै आ मरके जि उठे परतियै, तब अकरे सुसमाचार हम तोरौरके सुनाइचियौ, जे मुक्तीदैबला खिरिस्ट चियै।”
उसब एकेमन भ्याके सबदिन मन्दिरमे जमा हैछेलै, घर-घरमे परभु भोज करै आ सबकोइ खुसी मनसे मिल-जुइलके खाइछेलै,
तोरासबके सहायता हैबला कामसब सब लोकसबके बिचमे परचार करैले आ तोरासबके घर-घरमे सेहो ज्याके सिक्छा दैले नै छोरलियौ।
कथिलेत जे बात देखने चियै आ सुनने चियै हमसब नै कैहके नै रहे सक्बै।”
हे परभु, ओकरासबके धम्किके देखु आ अहाँके सेबकसबके सक्ती दिय ताकि साहसके साथ अहाँके बचन परचार करैले दिय,
तब फिलिप पबितर धरमसास्तरके एह्या पाठसे सुरु कैरके ओकरा येसुके सुसमाचार सुनाइल्कै।
फिलिप सामरियाके एकटा सहरमे ज्याके येसुवे खिरिस्ट चियै कैहके परचार करे लाग्लै।
तब उ तुरन्ते सभाघरसबमे ज्याके परचार करे लाग्लै, “येसुवे परमेस्वरके बेटा चियै।”
हम तोरासबके लग रहैतखिना येसु खिरिस्ट आ कुरूसमे भेल ओकर बलिदान बाहेक किछो नै बोलैके पक्का करनेछेलियै।
परमेस्वर हमरेसे गैर-यहुदीमे परचार हेबे कैहके आपन बेटाके हमरलग परकट करल्कै। तै बखत हम कोनो लोकसे सरसल्लाह नै करलियै।
अपनासबके परभु येसु खिरिस्टके कुरूस बाहके औरो कोनो चिजमे घमन्ड करैबला बात हमरसे दुरे रहे। ओकर कुरूसके कारन हमर लेल सन्सारके लोभ लालचसब मरल छै आ सन्सारके लेल हम मरल चियै।
परमेस्वरके बचन सुना। बेलोमे कुबेलोमे सुसमाचार सुनाइले नै छोर। पुरा-पुरी धिरजसे लोकसबके सम्झा, चेताबनी दहै आ असल सिक्छासे हिम्मत बरहा।