आब हम सन्सारमे नै रहबै, महज उसब त सन्सारेमे रहतै आ हम अहाँके लग आइबरहल चियै। हे पबितर पिता, अहाँ आपन नामके सक्तिसे एकरासबके रक्छा करु, जे नाम अहाँ हमरा देलियै, ताकि ओहोसब हम आ अहाँ एक भ्याल जखा एक हेबे।
अन्तमे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, आब हम बिदा हैत बेर, तोरासबके यि कहैले चाहैचियौ, कि जीजानसे सिध हैले कोसिस कर। हमर बिन्ती सुन, एक-दोसरके बात सुन आ सान्तीमे रह। सान्ती आ परेम दैबला परमेस्वर तोरासबसङे रहे।
मुख बात यह्या चियै कि तोरासबके चाल-चलन खिरिस्टके सुसमाचार अनुसार सोहाइबला हेबे। हम चाहे तोरासबके भेट-मुलकात करी, चाहे दुर रही तुसब एकेटा उदेस्य ल्याके अस्थिर चिही आ एकेटा मन भ्याके सुसमाचारके बिस्बासके लेल मेहनत कैररहल चिही कैहके हम सुनैले पाबी।