10 लोकसब ओकरा मन्दिरके सुन्दर देहरीमे भिख माङैले बैठल रहैबला एह्या चियै कैहके चिन्हल्कै, “उ कनङके चलेलाग्लै?” कैहके उसब एकदम छक परलै।
जब ओइ ठामके लोकसब येसुके चिन्हल्कै तब उसब आपन इलाकाके कात-करौतसबमे खबर पठाइल्कै आ उसब आपन रोगी-बिमारीसबके निक करतै कैहके ओकरलग आनल्कै।
तब सबलोक छक परलै आ आपनेमे बात करे लाग्लै, “यि केहन बचन चियै? अकर सङे केहन सक्ती आ अधिकार छै जब भुत आत्माके आग्या करैछै त निकैल जाइछै।”
परमेस्वरके एतेक बरका सक्ती देखके सब लोकसब छक परलै। येसुके करल सबकाम, सब लोकसब छक परल देखके, उ आपन चेलासबके कहल्कै,
कथिलेत पिता बेटाके परेम करैछै आ पिता आपनेसे करलहा सबकाम बेटाके देखाइछै। पिता अहौसे बेसी महान काम बेटाके देखाइतै आ तुसब छक परबिही।
येसु जबाब देल्कै, “नै त ओकर आपने पापके कारनसे नै त ओकर बाप-महताइरके पापके कारनसे। महज परमेस्वरके काम ओकरमे परगट हेबे कैहके ऐहेन भेल छै।
ओकर परोसियासब आ जे ओकरा पैहने बैठके भिख माङैत देखने रहै सेसब कहल्कै, “कि यि एह्या लोक नै चियै, जे बैठके भिख माङैत रहै?”
उसब आस्चरजमे परलै आ अलमलमे पैरके एक दोसरके एहेन कहेलाग्लै, “अकर अरथ कथी चियै?”
उसब आस्चरजमे परलै आ अचम माइनके कहेलाग्लै, “कि यि बोलैबलासब गालिलीसब नै चियै त?
ओहि समयमे जलमेसे एक गोरा नेङरके लोकसब सुन्दर नामके देहरीमे आनैत रहै, जैसे आबत-जाबत करैबला लोकसबसे भिख माङे सके कैहके सबदिन ओते ओकरा आइनके राइख दैक।