8 बहुत दिकतसे टपुके काते-काते अगा दिसन बरहैत हमसब लासिया सहरके नजदिक सुन्दर बन्दरगाह कहैबला ठाममे आइबगेलियै।
तब येसु आपन चेलासबके कहल्कै, “साँचेके हम तोरासबके कहैचियौ, धनिक लोकके स्वरगके राजमे आबैले एकदमे कठिन हैछै।
जार महिना बिताबैके लेल उ जहग उचित नै छेलै। अहै खातिर बहौत लोकसब कोनो भि हालतमे ओतेसे चैलके फोनिक्समे जार मास बिताइबै कैहके जहाद चलाबैले सल्लाह देल्कै। केरेट टपुके एक बन्दरगाह फोनिक्स चियै जकर मुहरा दछिन-पछिम आ उतर-पछिम तरफ घुमल छै।
जब दछिन दिसरसे रसे-रसे हबा बहे लाग्लै तब उसब सोचल्कै कि आब हमसब जाइले सकब। जहाद चलाबैबलासब लङगर खोइलके केरेट टपुके काते-कात हैत जाइले लाग्लै।