41 महज जहाद पानीके निचला भागमे रहल बौलमे ठकर लाइगके एहेनसे भास्लै कि एकोरति टस-मस नै हेबे सक्लै, जहादके पछिला भाग समुन्दरके छालसे ठोकरा ठोकराके टुटे लाग्लै।
नाहके जहादमे तानके भितर आन्लाके बाद जहाद चलाइबलासब जहादके मोटगर-मोटगर रसासे कैसके बानहल्कै। तकरबाद कहि जहाद लिबियाके पखा दिसन सिरटिस कहैबला ठामके बौलमे धैस जेतै कि कैहके डर हैतरहै। तै खातिर जहाद चलाबैबलासब जहादके पाल गिराइल्कै आ जहादके हबेके रुहमे जाइले छोइरदेल्कै।
जहाद चलाइबलासबके भाइग जाइके बिचार छेलै, तहै खातिर जहादके अगिल्का भागसे लंगर खसाइके बहानासे उसब छोटका नाह समुन्दरमे खसाइने छेलै।
उसब लंगरके रसासब काइटके लंगरके समुन्दरमे छोइरदेल्कै आ पतबारके बान्हल रसासबके खोइलदेल्कै। तब अगा दिसरके पाल उठाके हबा दिसन घुम्या देल्कै आ जहादके पखा दिसन ल्यागेलै।
कैदीसब पौरके भाइग जेतै कि कैहके सैनिकसब ओइसबके मारैके बिचार करल्कै।
तैखातिर हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, बिस्बासमे बलगर आ अस्थिर रह। तुसब परभुके काममे बरहैत जो, कथिलेत तुसब जानैचिही कि परभुमे तोरासबके मेहनत बेरथ नै हेतौ।