13 हे रजा, हम रस्तामे जाइत खिना दुपहरमे स्वरगसे एहेन इजोत देखलियै जे सुरुजोके इजोतसे तेज हम आ हमर सङिसबके चारुकातमे चमकलै।
चेलासबके अगारीमे येसुके रुप बदैलगेलै। ओकर चेहरा सुरुज जखा चमके लाग्लै आ ओकर बस्तर उजर चमकदार भ्यागेलै।
“हम ओते जाइत जाइत दिनके दुपहर भेल छेलै, हम दमस्कस लग आइब गेलछेलियै तहै बखत अकाससे अचानक एकटा बरका इजोत हमर चारुकात चम्कलै।
हमर सङिसब इजोत त देखल्कै महज जे हमरसे बात करैतरहै तकर बात नै बुझ्लै।
“अहिनङ मुख पुजारीसबसे अधिकार आ आग्या पाइबके हम दमस्कस सहर दिसन गेलियै।
सबगोरे जमिनपर खैस परलियै। तहै बखत हम हिबरु भसामे एहेन कहैत सुनलियै, ‘साउल, ऐ साउल, तु हमरा कथिले सताइचिही? तु हमर बिरोध कैरके आपनेमे कथिले दुख उठ्यारहल चिही।’
जब साउल जाइत-जाइत दमस्कस लग पुग्लै, तब अचानक अकाससे इजोत ओकर चारुकात चमकलै।
ओकर दहिना हाथसे सातटा तरा पकरने रहलै आ ओकर मुहसे चोखगर दुधारके तलबार निकलल छेलै। ओकर चेहरा दुपहरके सुरुजके रौद जखा चम्कैत छेलै।
उ सहरमे इजोतके लेल सुरुज आ चानके आबस्यक नै छै, कथिलेत परमेस्वरके महिमा ओतेका इजोत चियै आ थुमा आपने चिरखा चियै।