17 “बहुत बरिस बितलाकेबाद हम आपन जातीके भाइ-भैयारीसबके दान आ परमेस्वरके भेटी चरहाबैके लेल यरुसलेम एल छेलियै।
एसिया परदेसमे देर हेतै से बिचार कैरके पावल एफिससमे नै जाइके निरनय करल्कै। कथिलेत उ सकभर पेन्तिकोस पाबैनके दिनमे यरुसलेममे पुगैले हतार छेलै।
तै खातिर होसियार रह, कि हम तिन बरिसतक दिन-रात लोर बह्या-बह्याके लोकसबके समझाइते रहलियौ।
तब पावल उ चारुगोरेके लज्याके बिहान भेने आपनके सुध करल्कै, तकरबाद सुधहैबला दिन कहिया पुरा हेतै आ उ सबके लेल चरहाइले जाइबला भेटीके जानकारी दैले उ मन्दिरमे गेलै।
पावलसे कुछ पैसा मिल्तै कि तैके आस करने छेलै। तैल्याके उ पावलके बेर-बेर बोल्याके बातचित करैछेलै।
हम यहुदिया परदेसमे भेल परमेस्वरमे बिस्बास नै करल लोकसबसे बचैले सकि आ जे रुपैया-पैसा पुगाबैले हम यरुसलेम ज्यारहल चियै तकरा ओइ ठाममे परमेस्वरके पबितर जनसब खुसीसे सुइकार करैले सके कैहके परथना कैरदिहे।
ओहैसे तितस पहिनेसे तोरासबके बिचमे सुरु करल भेटी उठाइबला काम पुरा करे परतै कैहके हमसब ओकरा बिन्ती करलियै।
कथिलेकी अपनासबके परभु येसु खिरिस्टके अनुगरह तोरासबके थाहे छौ, उ धनिक छेलै तयौ तोरासबके लेल उ गरिब भेलै ताकि ओकर गरिबीसे तुसब धनिक बनैले सक।
तोरासबके देल दानसे परमेस्वरके जनके खाँचो पुरा मातरे नै, महज यि कामसे उ लोकसब परमेस्वरके एकदमे धन्यबाद देतै।
उसब गरिबसबके याद कर कैहके मातरे हमरासबके समझाइल्कै आ हम ओहिनङे करैले चाहैछेलियै।