तकरबाद सेनापती दुइटा कप्तानके बोल्याके कहल्कै, “आइ रातके न बजे दुइ सय सैनिकसब, सतरी गोरे घोडसबारसब आ दुइ सय भलाधारी सैनिकसबके कैसरिया जाइले तयार कैरके राख।
पाँच दिनके बाद परधान पुजारी हननिया, कुछ अगुवासब आ तरतुल्लस नामके एकटा ओकिलके ल्याके कैसरिया सङे ओते एलै। तब उसब पावलके बिरोधमे हाकिमके अगा आरोप लगाइल्कै।