9 युटिकस नामके एकटा युबक झालमे बैठल छेलै। पावलके बात सुनैत-सुनैत उ निनसे माइतके तिन महला उपरसे खैसपरलै। ओकरा उठाइले गेलै त उ मैरगेल छेलै।
एहेन नै हेबे कि उ नै सोचलहा बखत आइबके तोरासबके सुतल देख्तौ।
तब भुत आत्मा ओकरा थरथराबैत ओकर देसके हिलाइत ओकरासे निकैलके गेलै आ उ मरल लहास जखा भ्यागेलै, यि देखके बहुत लोक उ मर गेलै कि कथी कैहके कहेलाग्लै।
तकरबाद कुछ यहुदीसब एन्टिओखिया आ आइकोनियनसे ओते एलै आ लोकसबके आपन पक्छमे कैरके पावल उपर पथलबाही कराइल्कै। उ मरगेल हेतै कैहके ओकरा घिस्याइत लज्याके सहरसे बाहर फेकदेल्कै।
तब पावल निचा एलै आ निहुकके ओकरा भोइर पाँज पकैरके आसपासमे भेल लोकसबके कहल्कै, “नै घबरा, कथिलेत यि नै मरल छै।”
जब हमसब हप्ताके पहिन्का दिनमे परभु-भोज खाइले जम्मा भेलियै। तब पावल बिहान सबेरे जाइके इक्छा करलाके कारन, उसबसङे बात-चित करैत-करैत अधा रात बित्लै।
हमसब जते जम्मा भेल छेलियै तकर उपरका कोठलीमे बहुत चिरखासब नेसल छेलै।