46 उसब एकेमन भ्याके सबदिन मन्दिरमे जमा हैछेलै, घर-घरमे परभु भोज करै आ सबकोइ खुसी मनसे मिल-जुइलके खाइछेलै,
“आँख देहके लेल डिबिया चियै। यदी तोहर आँख असल छौ त तोहर पुरे देह इजोत हेतौ।
महज भितरोमे राखल चिजसब गरिबसबके दान दहै, तब तोरासबके खातिर सबचिज सुध हेतौ।
जब येसु ओइसबसङे खाइले बैठलै तब उ रोटी ल्याके आसिरबाद देल्कै आ तोइरके ओइसबके देल्कै।
तब उसब लगातार मन्दिरमे जमा भ्याके परमेस्वरके इस्तुति-परसन्सा करैत रहलै।
तब ओइसबके आपन घरमे आइनके भोजन कराइल्कै। उ आपन पुरा परिबारसब परमेस्वरमे बिस्बास करलाके कारन बहौत खुसी भेलै।
उसब परेरितसबके उपदेस सुनैले, संगती, परभु भोज आ परथना करैले भक्तिसाथ लागल रहै।
जब हमसब हप्ताके पहिन्का दिनमे परभु-भोज खाइले जम्मा भेलियै। तब पावल बिहान सबेरे जाइके इक्छा करलाके कारन, उसबसङे बात-चित करैत-करैत अधा रात बित्लै।
एक दिन पतरुस आ युहन्ना बेरियाके तिन बजे परथना करैबला समयमे मन्दिर जाइतरहै।
यि सुनलाके बाद उसब अनगुते मन्दिरमे गेलै आ उपदेस देबेलाग्लै। महज मुल पुजारी आ ओकरसङे रहैबलासब एलै, महासभामे भेल्हा सब इजराएलीसबके बोलाइल्कै आ परेरितसबके जहलसे लाबैले लोकसबके पठेल्कै।
उसब सबदिन मन्दिर आ घर-घरमे ज्याके येसुवे खिरिस्ट चियै से कैहके सिक्छा दैले आ परचार करैले नै छोरल्कै।
जकरसङे अरति-उपदेस दैबला बरदान छै त, अरति-उपदेस दैबला काम करे, दान दैबला बरदान पाबलहासब खाचोमे परलहासबके उदार-चितसे दान देबे, अगुवाइ करैबला पुरा मन लग्याके अगुवाइ करे, दया करैबला खुसिसाथ लोकसबके दया करे।
जब हमसब परभु-भोजके बाटी ल्याके परमेस्वरके धन्यबाद दैचियै, कि उ बाटीसे पियैचियै त हमसब खिरिस्टके लहुमे सहभागी नै भेलियै से? आ उ रोटी, जकरा हमसब तोइरके खेलियै, कि खिरिस्टके देहमे सहभागी नै भेलियै से?
अइ बातमे हमसब गर्भ करैचियै आ हमरासबके बिबेक सेहो साक्छी दैछै कि, अइ सन्सारमे बिसेस कैरके ओइसबसङे समबन्धमे हमसब इमान्दार आ परमेस्वरमे पबितर जिबन बितेलियै। यि हमसब सन्सारके ग्यानसे नै महज परमेस्वरके अनुगरहसे पाबनेचियै।
जनङ सैतान साँपके रुप ल्याके चलाकिसे हब्बाके ठगल्कै, ओहिनङ खिरिस्ट परती तोरासबके इमान्दारी आ सुध भक्तीसे तोरासबके मन बहकतौ कि हमरा तकर डर लागैये।
हे नोकर-चाकरसब, जनङ खिरिस्टके सेबा करैचिही तैहनङे इमान्दारी साथ तुसब यि सन्सारके मालिकसबके आदर कर आ डर राइखके ओकरासबके कहलहा बात मान।
हे दाससब, तुसब आपन मालिकसबके कहल सब बातसब मान। मालिकसबके खुसी करेके बिचारसे आँखके अगा मातरे नै महज परभुके डर राइखके सोझ मनसे काम कर।