18 हँ, तै दिनमे हम आपन आत्मा नोकर-नोकरनीसब उपर परसस्त कैरके बरसेबै आ उसब अगमबानी बोल्तै।
महज उ मुखिया आपन मनमे ‘हमर मालिक अबेरसे एतै’ कैहके सधारन नोकर-चाकरके मारे-पिटे लाग्तै आ जथाभाबी खा-पिके माते लाग्तै त,
परमेस्वर कहैछै, ‘अन्तके दिनमे हमसब लोकसबके आपन आत्मा परसस्त कैरके देबै, तोहर बेटासब आ बेटीसब अगमबानी बोल्तौ आ तोरौरके जबानसब दरसन देख्तै आ बुढवासब सपना देख्तै।
उपर अकासमे हम अच्चमके काम आ निचा पिरथिबीमे लहु, आइग आ धुवाँके रेतके चेन्हासब देखेबौ।
हमसब कुछदिन फिलिपके परिबारसबसङे रहलाकेबाद ओतै यहुदियासे अगाबस नामके एक गोरा अगमबक्ता हमरासबलग एलै।
आबसे नै त यहुदी, नै त गैर-यहुदी, नै दास, नै स्वतन्तर, नै पुरुख, नै जनी छै, कथिलेत तुसब खिरिस्ट येसुमे सबकोइ एक चियै।
तैखातिर अते गिरिक या यहुदी, देहमे खतना करल आ नै करल, असभ्य, असिक्छित, दास या स्वतन्तर ककरो कोनो भेदभाव नै छै महज खिरिस्टे सब चिज चियै आ सबमे बास करैछै।