16 महज आइ तोरासबके देखल आ सुनल योएल अगमबक्ताके कहल बात एह्या चियै,
तोरासबके बिचार करल जखा यि सब अङगुरके मध पिके नै मातल छै, कथिलेत अखुन बिहानके न मातरे बाजल छै।
परमेस्वर कहैछै, ‘अन्तके दिनमे हमसब लोकसबके आपन आत्मा परसस्त कैरके देबै, तोहर बेटासब आ बेटीसब अगमबानी बोल्तौ आ तोरौरके जबानसब दरसन देख्तै आ बुढवासब सपना देख्तै।