32 एम्हर रंगसला भिरत एतहेक नै होहल्ला हैतरहै कि कोइ कुछ कहैक त कोइ कुछ। महज बहुतो लोकसबके कथिले हमसब जम्मा भेलचियै सेहो नै थाह छेलै।
तब पुरे सहरमे हुलदङा मच्लै आ उसब एकमत भ्याके पावलके सहकरमी माकेडोनिया बासि गायस आ अरिस्तारखसके पकैरके रङसालामे घिस्याइते ल्यागेलै।
एसियाके कतहेक अधिकारीसब पावलके सङी छेलै। उसब पावलके रंगसला भितर नै जाउ कैहके समाध पठेल्कै।
कथिलेत यि हुलदङगाके दोस हमरासबके उपर आबैके खतरा छौ। कथिलेत बिनाकारनके हुलदङगाके बारेमे कोनो जबाफ नै छौ।”
महज भिरमे भेल्हा लोकसब ककरो कहै एकटा बात त दोसरके दोसर बात। अहै कारन सेनापती झगराके खास बात थाहे नै पाबे सक्लै। तै खातिर पावलके सिपाहीसब रहैबला गढ़मे लजाइके आग्या देल्कै।