तुसब देखैचिही आ सुनैचिही, कि एफिससमे मातरे नै महज एसियाके पुरे परान्तमे हाथसे बन्याल देबिदेबता कुछो नै चियौ कैहके पावल बहुत लोकसबके बहक्याके लगेलछै।
अन्तमे सहरके हाकिम लोकसबके सान्त करल्कै आ कहल्कै, “हे एफिससके लोकसब, एफिसीसबके सहर महान आरतेमिसके मन्दिर आ अकाससे खसल ओकर मुरुतके रक्छक चियै, से के नै जानैछै?
लोकसबके हिसाबसे कहैचियौ त, एफिसस सहरमे हम जङली जानबरसब जखा लोकसबसङे लराइ कैरके हमरा कि फैदा भेलै? यदि मरल लोक जीके नै उठैछै त “खो आ पि, कथिलेत हमसब त काइल मैर जेबै।”