देखभाल करैबला अगुवा मन्डलीएटाके भितरे मातर नै महज उ मन्डलीके बाहरो इजत-मान भेटल लोक हैकेचाही। तब मातरे ओकरा बिस्बासी लोकसब मान करतै आ सैतानके जालमे नै परतै।
अतबे नै उ असल काम करलाके खातिर सब दिसनसे आदर पावलके हैकेचाही। उ आपन बेटा-बेटीके निक जखा लालन-पालन करने आ मेजमानसबके सेबा-सत्कार करने रहल हैकेचाही। उ परमेस्वरके पबितर जनसबके टाङ धुवाइने आ दुखमे परलहासबके मदत करने रहल हैकेचाही। अहिने औरो असल असल काम करने रहल हैकेचाही।