महज यरुसलेमके बासि आ ओकरौरके सासकसब मुक्तीदाता येसुके नै चिन्हल्कै। अगमबक्तासबके धरमसास्तरमे लिखल बात हरेक बिसराम दिनमे उसब परहल्कै तैयो उसब नै बुझल्कै आ ओकरा मिरतुदन्ड द्याके उ बचन पुरा करल्कै।
महज आइके दिनतक हम परमेस्वरसे सहायता पाइबिये रहलचियै। अहै खातिर हम अते ठार भ्याके छोटका-बरका सबके गबाही दैचियै। अगमबक्तासब आ मोसाके कहल बचन अबस्य पुरा हेतै से बातसबके अलाबा हम कोनो बात बेसीसे नै कहनेचियै।