महज आइके दिनतक हम परमेस्वरसे सहायता पाइबिये रहलचियै। अहै खातिर हम अते ठार भ्याके छोटका-बरका सबके गबाही दैचियै। अगमबक्तासब आ मोसाके कहल बचन अबस्य पुरा हेतै से बातसबके अलाबा हम कोनो बात बेसीसे नै कहनेचियै।
येसुके सक्तिसे आ ओकर नाममे बिस्बास करलासे यि लोक निक भेलै जकरा देखरहलचिही आ चिन्हबो करैचिही। येसुमे करल बिस्बासके कारन यि लोक तोरौरके सबके सामने निक भेलौ।
ओकरासबके भितरमे रहल खिरिस्टके आत्मा खिरिस्टके दुख भोगेपरतै आ पछा आबैबला महिमाके बारेमे पहिनेसे भबिसबानी करने रहै। तब उ समय कहिया आ कनङके एतै कैहके उसब खोज-तलास करने छेलै।