या कि तु परमेस्वरके महान किरपा, सहनसिलता आ धिरजके तुच्छ सम्झैचिही? परमेस्वर आपन किरपासे तोरा पापसे पस्चाताप करैके मौका देनेछौ से बात कि तोरा थाह नै छै?
परमेस्वरके देल अनुगरहसे हम एकटा घर बनाइबला सिपालु मिसतिरी जखा जग खरा करलियै आ दोसर कोइ तैमे घर बनाबैछै। तैमे घर बनाइबला हरेक लोक कनङके बनाबैछै से निकसे धियान देबे।
महज स्वरगसे आबैबला बुइध त सबसे पहिने असल हैछै, तकरबाद उ सान्ती दैबला, नम्र, बिचारसिल आ दयासे भरल रहैछै आ असल कामसे परकट हैछै। अइमे पक्छपात करैबला बात आ छलकपट करैबला बात नै रहैछै।