हम तोरासबसे दुर भेल बखत यि लिखैचियौ, ताकि तोरासबलग एबौ त परभुके देल अधिकारके करासाथ परयोग करैले नै परे। यि अधिकार तोरासबके बिगारके लेल नै महज सुधारैके लेल हमरा देनेछै।
महज स्वरगसे आबैबला बुइध त सबसे पहिने असल हैछै, तकरबाद उ सान्ती दैबला, नम्र, बिचारसिल आ दयासे भरल रहैछै आ असल कामसे परकट हैछै। अइमे पक्छपात करैबला बात आ छलकपट करैबला बात नै रहैछै।