कि हम अस्थिर नै भेल जखा यि योजना बनाइने चियै कैहके तोरासबके लागैछौ? कि हम योजना बनाइतकाल सन्सारके लोक जखा एके छनमे “हँ” आ एके छनमे “नै” कैहके कहैचियै से?
हम त मुरुख जखा भेलियै, महज तुहिसब हमरा एहेन करैले कर लगेलिही। बास्तममे तोरेसबके हमर पक्छमे निक बात बोलैले परतियौ, कथिलेत हम किछो नै छेलियै तैयो महान परेरितसबसे त हम कम नै चियै।