हमर उटकट इक्छा आ आसा यि चियै कि हम कहियो लज्जित नै हेबै महज हमरमे परसस्त साहस हेतै। चाहे हम बाच्बै या मरबै सबदिन जखा अखुनो हमर जिबनसे खिरिस्ट सम्मानित हेबे।
यदि खिरिस्टमे रहलाके कारन तुसब कुछ उत्साह पाबनेचिही, या ओकर परेमसे तुसब कुछ सानत्वना पाबनेचिही, या पबितर आत्माके संगती पाबनेचिही, या एक दोसरसङे परेम आ दया करैचिही त,