तुसब हमरमे रह आ हम तोरासबमे रहबौ। जेनङकी ठाइर अङगुरके लतीमे नै रहतै त उ आपनेसे फल फराइले नै सक्तै, तहिनङ तुसब हमरमे नै रहबिही त तुहुसब फल फराइले नै सकबिही।
ओतेका लोकसब थेसलोनिकेके लोकसबसे खुला बिचारके लोकसब रहै। उसब परमेस्वरके सुसमाचार एकदम धियान द्याके सुनै। पावलके कहलहा बातसब मिलैछै कि नै मिलैछै कैहके उसब हरेक दिन धरमसास्तर पढ़है आ जाँचै।
अन्तमे, भाइ-भैयासब, जे बात सत छै, जे बात असल छै, जे बात नियाय संगत छै, जे बात पबितर छै, जे बात परेम योग्य छै, जे बात किरपाके योग्य छै, अरथात जे आदरके योग्य छै आ परसन्साके योग्य छै तैमे मन लगा।
अहैलेल तु जे सिक्छा सुनने आ सिखनेचिही ओकरा याद कर। उ बातमे लागल रह आ पापसे पस्चाताप कैरके मन परिबरतन कर। यदि तुसब जागल नै रहबिही त, हम चोर एल जखा सुटुकसे एबौ आ हम कोन घरी एबौ से तु थाह नै पाबबिही।